कर्मचारी राज्य बीर्ा निगर् क्षेत्रीय कायामलय, चेन्न, तनर्लिाडु ै अंक : 18
े े यािव जी क कर कमलों से बडे कायाषलयों की श्रेणी में सवषश्रेष्ठ कायषनिष्पािि क नलए पुरस्कार ग्रहण करते े े हुए श्री जी.वी.नकरण कमार, अपर आयुक्त-सह-क्षेत्रीय नििे शक। ु
वषष : 2023-24 संरक्षक जी.वी.मिरण िमार ु अपर आयुक्त-सह-क्षेत्रीय मनदेशि संपािक सह-संपािक श्याम सुुंदर िथूररया राजेश शमाा सुंयुक्त मनदेशि (राजभाषा) उप मनदेशि (राजभाषा) रचिात्मक सहयोग टं कण सहयोग ब्रजेश िमार ु िंोिश िमार े ु वररष्ठ अनुवाद अमधिारी अवर श्रेणी शिंमपि रोमहत िमार झा ु धनुंजय पाण्डेय बहुिाया स्टाफ आशुशिंमपि प्रकाशक क्षेत्रीय कायामलय कर्मचारी राज्य बीर्ा निगर् 143, स्टर्लिंग रोड, नुुंगम्बाक्कम, चेन्नै, तममिंनाडु - 600034 दरभाष : 044-28306300 ू फक्स : 28238559 ै ई-मेल- rd-tamilnadu@esic.gov.in वेबसाइट- https://rotamilnadu.esic.gov.in/ नोट - पमत्रिा में प्रिाशशत मवचार िंेखिों ि अपने हैं, उनसे सुंपादिीय सहममत आवश्यि नहीं है तथा िंेखों/रचनाओुं िी मौशिंिता ि शिंए े े िंेखि/रचनािार स्वयुं उत्तरदायी हैं। पमत्रिा में इण्टरनेट पर उपिंब्ध मचत्रों िा साभार उपयोग मिया गया है।
क्रम ां क विषय सूची रचन क र (श्री/सुश्री)/सांदर्भ पृष्ठ सांख्य 1 सांदेश मह वनदे शक 3 2 सांदेश बीम आयुक्त (र जर् ष ) 4 3 सांरक्षक की कलम से... अपर आयुक्त-सह-क्षे त्रीय वनदे शक 5 4 सांप दकीय... श्य म सुांदर कथू ररय 6 5 वनगम में प्रचवलत प्रोत्स हन योजन एां /प्रवतयोवगत एां र जे श शम भ 7-14 6 नर क स प्रवतयोवगत ओां में पुरस्कत क वमभ क ृ छ य वचत्र 15 7 क.र .बी.योजन की पृष्ठर्ू वम ररपोर्भ 16 8 खबरद र-मु झे गुस्स आ ज त है डॉ. गौतम चक्रिती 17-19 9 वनगम द्व र प्रदत्त विवशष्ट वचवकत्स उपच र र वश डॉ. एस. सुब्रमण्यम 20 10 बीम कत व्यक्तक्त से प्र प्त पत्र ृ मू ल पत्र एिां अनु ि द 21 11 जी-20 सम्मेलन की स थभ कत विक श कम र ु 22-23 12 बनूां मैं स गर सांजीि कम र ु 24 13 कद्रीय खे लकद प्रवतयोवगत में क्षे .क .,चेन्नै क उत्कष्ट प्रदशभ न ें ू ृ ररपोर्भ एिां छ य वचत्र 25 14 सबक जयांत कम र ु 26-27 15 क.र .बी.वनगम अस्पत ल, वतरुपुर क उद् घ र्न झलवकय ाँ 27 16 क.र .बी.योजन को बेहतर बन ने क उप य े र्ी. र घि कष्ण ृ 28-29 17 जीिन क पहलू े आशीष कम र ु 30 18 म ाँ मनीष कम र ु 30 19 वनगम में प्रयुक्त बीम एिां र जस्व शब्द िली शब्द िली 31 20 क य भ लय में वहां दी क मक ज कसे बढ एाँ ै वत्रर्ु िन कम र ु 32-33 21 क य भ लय में र जर् ष क य भ न्वयन की क्तिवत ररपोर्भ 34-35 22 ई-ऑविस में ह इपर वलां क क प्रयोग रोवहत कम र झ ु 36-37 23 बड सांकर्-जीिन को खतर आर. वनरां जन 38-39 24 र जर् ष पखि ड एिां पुरस्क र वितरण सम रोह ररपोर्भ 40-43 25 र जर् ष पखि ड प्रवतयोवगत ओां क विजे त क वमभ क े सूची 44-45 26 क्षे त्रीय क य भ लय में स्वच्छत पखि ड एिां िृक्ष रोपण क यभक्रम झलवकय ाँ 46 27 मवहल सशक्तीकरण ई-शक्तक्त 47 28 सांकल्प शक्तक्त क महत्त्व विक श कम र ु 48-49 29 सेि वनिृवत्त विशेष ररपोर्भ 50 30 सतकत ज गरूकत सप्त ह-2023 भ छ य वचत्र 51 31 वहां दी और र् रत क अमृ त महोत्सि श्य म सुांदर कथू ररय 52-56
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जी.वी.ककरि कर्ार ु अपर आयुक्त-सह-क्षेत्रीय निदे शक आप सभी को कार्ाालर् की वार्षिक गृह पत्रिका ‘चेन्नै लहर’ क 18वें अंक की अमूल्य े प्रति भेंट करिे हुए मुझे अत्यंि खुशी हो रही है। मैंने जुलाई, 2023 में क्षेिीर् कार्ाालर्, चेन्नै में पदभार ग्रहण र्कर्ा। कार्ाभार ग्रहण करने क उपरांि मैंने कार्ाालर् में राजभाषा गतिर्वधिर्ां आर्ोजजि होिे हुए दे खा और पार्ा े र्क कार्ाालर् क काधमिक हहिंदी कामकाज में रुजच लेिे हैं और वे हहिंदी सीखना चाहिे हैं। इस े कार्ा में राजभाषा शाखा सर्िर् रूप से सभी को आवश्यक सहर्ोग भी प्रदान कर रही है। मुझे गवा है र्क िधमलनाडु क्षेि क काधमिक अपने कामकाज को बडी धनष्ठा से करिे हैं। े इसी का पररणाम है र्क धनगम मुख्यालर् ने बडे क्षेिीर् कार्ाालर्ों की श्रेणी में बेहिर कार्ा धनष्पादन क आिार पर क्षेिीर् कार्ाालर्, चेन्नै को प्रथम पुरस्कार से सम्माधनि र्कर्ा है। े इसक अतिररक्त र्ह क्षेि खेल-कद में भी अग्रणी है। हाल ही में पुणे में संपन्न हुई कद्रीर् खेल े ें ू -कद प्रतिर्ोधगिाओं में र्हां क खखलाहडर्ों ने र्वभभन्न स्पिााओ ं में िधमलनाडु का नाम रोशन े ू र्कर्ा है। इसी प्रकार मुझे आशा है र्क र्ह पत्रिका भी श्रेष्ठिा की कसौटी पर खरी जसद्ध होगी। 5
सुिी पाठको, श्यार् सुदर कथूररया ं संयक्त निदेशक (राजभाषा) ु क्षेिीर् कार्ाालर्, चेन्नै की हहिंदी पत्रिका 'चेन्नै लहर' का र्ह अंक आपको समर्पिि करिे हुए असीम संिोष की अनुभूति हो रही है । भारि सरकार की राजभाषा नीति क कार्ाान्वर्न की दृखि से िधमलनाडु 'ग' क्षेि का राज्य है । े दक्षक्षण भारि क हहिंदीिर भाषी चेन्नै महानगर में हहिंदी का प्रर्ोग अपेक्षाकि रूप से कम है । ऐसी पररस्थिति े ृ में हहिंदी पत्रिका का प्रकाशन करना थोडा चुनौिी भरा प्रिीि होिा है । चूंर्क भारि सरकार की राजभाषा नीति अनुसार हहिंदी पत्रिका प्रकाशन से कार्ाालर् में राजभाषा हहिंदी को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुं चिा है । इसजलए पत्रिका क इस अंक को प्रकाजशि करने क जलए कमाचाररर्ों को प्रोत्साहहि े े र्कर्ा गर्ा। अपनी दै नंहदन कार्ा व्यस्तिा में से बहुमूल्य समर् धनकालकर कछ काधमिकों ने अपनी ु रचनात्मक प्रतिभा को प्रदजशिि करने का प्रर्ास र्कर्ा है । इस पत्रिका क रचनाकारों का प्रदशान दशाािा है र्क र्हां क काधमिकों में भी हहिंदी क प्रति रुजच है े े े और वे हहिंदी में कार्ा करना चाहिे हैं । हहिंदी में खुलकर कार्ा न करने का कारण, हहिंदी क प्रति खझझक े र्ा संकोच ही है । अपनी रुजच अनुसार पत्रिका की सामग्री जलखने र्ा पढ़ने से काधमिकों में हहिंदी क प्रति े अनुराग उत्पन्न होगा। इससे हहिंदी पिाचार क जलए धनिााररि लक्ष्य को प्राप्त करने में सहार्िा धमलेगी। े पत्रिका में सूचना प्रौद्योधगकी, सृजनात्मक लेख, कर्विा, धनबंि, राजभाषा संबंिी अपेक्षक्षि जानकारी आहद क अतिररक्त काधमिकों द्वारा िैर्ार कला जचि भी समार्वि हैं । इस पत्रिका की र्वजशििा र्ह भी है े र्क इसकी साज-सज्जा एवं संर्ोजन राजभाषा काधमिकों द्वारा ही र्कर्ा गर्ा है । हम सब जानिे हैं की हहिंदी जोडने का काम करिी है । र्ह पत्रिका भी पाठकों और लेखकों को आपस में जोडने का कार्ा करे गी। आपसे धनवेदन है र्क आप इस पत्रिका को अंि िक अवश्य पत्रढ़ए और अपनी प्रतिर्िर्ाओं से भी हमें अवगि कराइए िार्क आगामी अंक को बेहिर एवं समृद्ध बनार्ा जा सक। े सादर! 6
मनगम में प्रचशिंत प्रोत्साहन योजनाओुं/प्रमतयोमगताओुं ि सुगम े आयोजन में सहायि आवश्यि मबुंदु कमभच री र ज्य बीम वनगम र् रत सरक र की र जर् ष नीवत क अनुरूप र जर् ष , वहां दी क े े अविक विक प्रयोग क वलए सदै ि सजग एिां प्रयत्नशील रह है । वनगम क अविक ररयोां/कमभच ररयोां को े े र जर् ष वहां दी में क यभ करने क वलए वनरां तर प्रोत्स वहत करने एिां वहां दी में वकए गए क यभ क वलए े े सम्म वनत करने हे तु वनगम द्व र अनेक प्रोत्स हन योजन ओां/प्रवतयोवगत ओां क आयोजन वकय ज त है । उक्त योजन ओां एिां प्रवतयोवगत ओां क वलए वनगम द्व र स्पष्ट म नदां ड, वनदे श एिां प्रवक्रय वनि भ ररत की े गई है । तथ वप उक्त क क य भ न्वयन क दौर न कछ व्य िह ररक कविन इयोां को ध्य न में रखते हुए वनगम े े ु में प्रचवलत प्रोत्स हन योजन ओां एिां प्रवतयोवगत ओां क मुख्य वबांदुओां की ओर ध्य न आकष्ट करने क े ृ राजेश शर्ाम उप निदे शक (राजभाषा) क.रा.बी.निगर्, क्षे.का., चेन्नै प्रय स वकय गय है - कमषचारी राज्य बीमा निगम - नहंिी प्रयोग प्रोत्साहि योजिा 1. यह एक ि वषभक प्रोत्स हन योजन है । 2. इस योजन क आयोजन कलांडर िषभ क आि र पर वकय ज त है । ै े 3. योजन क अां तगभ त प्रत्येक िषभ 01 जनिरी से 31 वदसांबर क दौर न वनि भ ररत प्रवतशतत में वहां दी में वकए गए क यभ क आि र पर े े े प त्र अविक ररयोां/कमभच ररयोां को वदय ज त है । प्रोत्साहि रानश : ₹600/- प्रत्येक प्रोत्साहि पुरस्कारों की सं ख्या : कोई सीम नहीां... प्रनतभानगता – • अिर श्रेणी वलवपक और उच्चतर स्तर क सर्ी कमभच री तथ अविक री। े • वचवकत्स /पर -वचवकत्स /तकनीकी स्ट ि-यवद िे पू र िषभ यथ वनि भ ररत प्रवतशतत में वहां दी वर्प्पण/आले खन क क यभ करने पर इस आशय क प्रम ण पत्र दे ते हैं और पु रस्क र की अन्य शतें पू री करते हैं । • यथ वनि भ ररत प्रवतशतत में वहां दी वर्प्पण/आले खन क यभ करने पर ही बहुक यभ स्ट ि और वनजी स्ट ि को पु रस्क र क वलए े प त्र समझ ज ए। • र जर् ष अविक री एिां कवनष्ठ/िररष्ठ अनुि द अविक री इस योजन में र् ग नहीां ले सकते । • कलां डर अिवि क बीच में (िषभ आरां र् हो चु कने क ब द) क यभग्रहण करने ि ले निवनयुक्त क वमभक उक्त िषभ की योजन में ै े े आिे दन क प त्र नहीां होांगे। े • श ख क य भ लयोां में तै न त क वमभक र्ी सां बांवित वनयां त्रक क य भ लय में आिेदन र्ेजकर उपयुभ क्त योजन में र् ग ले सकते हैं , बशते िे उक्त वनि भ ररत प्रवतशतत में वहां दी में वर्प्पण/आले खन क क यभ करते होां। पात्रता – • ‘क’ क्षेत्र –पू रे िषभ 100 प्रवतशत क य भ लयी क यभ वहां दी में करने ि ले कमभच री और अविक री • ‘ख’ क्षेत्र – पू रे िषभ 75 प्रवतशत से अविक क य भ लयी क यभ वहां दी में करने ि ले कमभच री और अविक री • ‘ग’ क्षेत्र – पू रे िषभ 50 प्रवतशत से अविक क य भ लयी क यभ वहां दी में करने ि ले कमभच री और अविक री आवे िि की नवनि – • मुख्य लय द्व र वनयत एिां र जर् ष श ख द्व र पररच वलत प्रपत्र में आिेदन। राष्ट्रीयता का भाषा और सारहत्य क साथ बहुत ही घनिष्ठ और गहरा संबंध है। - डॉ. राजेन्द्र प्रसाद े 7
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