Sandesh June 2024

AUSTRALIAN HINDI INDIAN ASSOCIATION (AHIA)




AUSTRALIAN HINDI INDIAN ASSOCIATION (AHIA)

-the Association that cares Sandesh सन्दे श incorporating Established 1994: Seniors Newsletter Volume 25 President: Mohinder Kumar Secretary : Vivek Bhatnagar Issue 6 June 2024 Editors: Sant Bajaj/Raj Batra Courtesy: The Hindu (Indian Newspaper)

AUSTRALIAN HINDI INDIAN ASSOCIATION (AHIA)

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter AHIA President’s report ‘Sandesh’ is AHIA’s Newsletter and is published I hope this message finds you well. every month . I wish to inform you that our Vice President, Miss Preeti Thadani, has re- EDITOR Mr Raj Batra Mob. 0421 138 340 rajbatra52@gmail.com signed from her voluntary role at AHIA due to increased work commitments. We extend our heartfelt gratitude to Miss Thadani for her many years of support and invaluable contributions to AHIA. She remains a life member Mohinder Kumar and will continue to support AHIA in that capacity. EXECUTIVE COMMITTEE Our past President and current Executive Member, Mrs. Sushma Ahluwalia, has graciously agreed ed as an Executive member to assist with the responsibilities during Mr. Puri's absence. Thank *President Mr. Mohinder Kumar Mob: 0438203291 mks141982@gmail.com *Vice-President Ms. Preeti Thadani Mob: 0402034959 preeti.thadani3@gmail.com *Secretary Mr Vivek Bhatnagar Mob: 0431728061 you, Mr. Jalpota, for stepping up to help. bhatnagar_vivek@hotmail.com to revive YuvTarang with the support of AHIA Executives and members. Mrs. Ahluwalia, as you may know, is a tremendous asset to AHIA and is always willing to assist with our initiatives. We extend our heartfelt gratitude to you, Mrs. Ahluwalia, for your continued dedication and invaluable contributions. Thank you! Additionally, one of our Executive members, Mr Chetan Puri, will take a few months' leave from his voluntary work due to an urgent work assignment. I am pleased to announce that Mr. Nirinder Jalpota, one of our life members, has been appoint- Please save the date for AHIA’s Diwali function on Saturday, 19 October 2024. The venue is Pioneer Theatre, Castle Hill. Thank you for your support and participation at the seniors' get-together and other events. Warm regards Mohinder Kumar, President, AHIA AHIA Secretary’s report The winter season has arrived this year with more rain! But let that not dampen your spirits as AHIA has some exciting events in store for the rest of the year. I hope you have enjoyed the concert presented by the students of the Natraj Academy on 8th June - ‘Gunjan’ – Pathways to Devotion. *Treasurer Mr. Chand Chadha Mob: 0410636199 chandchadha16@hotmail.com *Members: Mr. Chetan puri Mob: 0469069707 Mrs. Nupur Kuba Mob: 0407870879 Mrs. Kiran Bajaj Mob: 0423026649 Mr. Raj Batra Mob: 0421138340 Mrs Abha Gupta Mob: 0416570608 Mrs. Sushma Ahluwalia Mob: 0411967374 *Public Officer: Vivek Bhatnagar Mr Kali Gupta Mob: 0402 092 967 I am sure the ladies are looking forward to the ‘AHIA Sakhis celebrate guptakk72@gmail.com Sawan’ event on Sunday, 28th July from 11.00am - 3.00pm at the Madison Function Centre, ——————————Dural. Tickets are now available for sale. AHIA’s website: www.ahiainc.com.au AHIA’s Picnic: we are still planning to have our picnic in Sep when we hope the weather will ————————— INSIDE THIS ISSUE be better. The quotes we have received for having a picnic trip to Bowral are quite expen** The Cartoons/pictures are sive. Therefore, we are planning to have the picnic at the same venue (Bicentennial Park). courtesy various Newspapers. **The Content and the opinOnce bookings are confirmed we shall share further details. ions expressed in the writings And I hope you have locked in Sat 19th Oct for AHIA’s Diwali Dinner. More details will folare the responsibility of the writers concerned. low as we get closer to the date. ** The Health information is given in good faith and readAs always, we are grateful for your ongoing support, particularly all volunteers that help ers are advised to consult their own Doctor. AHIA does not make each session possible! Thank you! accept any responsibility whatsoever. Vivek Bhatnagar, Secretary, AHIA 2

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter प्रोफसर पुष्कर नाथ े परन्तु अलामम का शोर बंद नहीं हुआ| प्रोफसर पष्करनाथ बस क रुकते ही,अपने दो े े ु िल्दी से घर का दरवािा खोलकर बाहर आ थैले जिनमें वे ग्रोसरी ले कर आये थे, उठा कर उतरने लगे। बस ड्राइवर ने बस क अगले े हहस्से को थोड़ा नीचे ककया ताकक उन्हें उतरने में समस्या ना हो। पीछे मड़कर उन्होंने ु “थैंक्स मेट !” कह कर,बस ड्राइवर का औस्रे ललयन अंदाज़ में धन्यवाद ककया और अहहस्ता अहहस्ता फटपाथ पर चलने लगे ु अपने घर की ओर। उनकी घबराहट पैतनक में बदल गयी थी, वे गए, उनकी समझ में कछ नहीं आ रहा था ु कक यह क्या हो रहा है । वह इधर-उधर झांकने लगे। खुशककस्मती से उनका एक पड़ोसी, िो अलामम की आवाज़ सुन कर बाहर तनकला था, िल्दी िल्दी चलकर प्रोफसर साहब की ओर े आया और उन्हें पछा- “हे पुष! व्हट इज़ दी ू पासवडम?”। परन्तु पासवडम की ही तो समस्या थी िो प्रोफसर साहब को अभी याद नहीं आ े दोनों थैलों में अपने ललए घर का कछ सामान ु रहा था। आल,दो टमाटर, दो गािर और 6 अंडे डाले ू कसी पर बैठने क ललए कहा और उनकी बेटी े ु खरीदकर ला रहे थे। एक थैले में,उन्होंने दो पड़ोसी ने प्रोफसर साहब को बरामदे में रखी े यह िानते हुए भी कक न तो उनक पास भारत े में वोट डालने का हक़ है और ना ही उनकी िमीन िायदाद- कफर भी वे भारत क े Sant Bajaj पॉललहटकल और आगथमक ववषयों मे काफी रूगच रखते हैं| उनक मन क े े अंदर का भारत मरते दम तक नहीं तनकलेगा। वैसे दे खा िाए तो इसमें बराइ भी क्या है , ु अपनी मातभूलम को याद रखना और उन ृ संस्कारों को और संस्कृतत को तनभाने की कोलशश करना तो गवम की बात है। हालांकक उन क काफी लमत्र हैं परन्तु आने े िाने की असुववधा क कारण लमलना िलना े ु थे। दसरे थैले में एक लीटर दध की बॉटल, दो को फ़ोन ककया िो पड़ोस में ही रहती थी और ू ू कम हो गया है और अकलापन महसूस होता े सौभाग्यवश उसने अपना नंबर पड़ोसी को दे कले, दो सेब,दो संग्तरे , एक छोटी दही की े है | महीने में एक बार बुिुगों की संस्था में रखा था। डडब्बी और दो कफश क हटन| े िरूर िाते हैं जिस से कछ मन लगा रहता है | ु बेटी ने पड़ोसी को फ़ोन पर पासवडम बता हदया यंू तो आयु क हहसाब से सेहत काफी ठीक प्रोफसर साहहब दो तीन हदन बाद अपनी े े जिससे अलामम बिना बंद हुआ। थोड़ी दे र में े थे। अब िरूरत जितनी है उसक हहसाब से तो बेटी भी पहुूँच गई, तब िाकर प्रोफसर साहब े िरूरत क हहसाब से ऐसी ही खरीदारी करते े यह भी ज्यादा ही लगता था परन्तु बार बार दकान पर िाना भी उनक ललए अब मुजककल े ु को कछ तसल्ली हुई। ु दवाई लेनी पड़ती है ,िो वे कई बार भूलने लगे बड़ी गचंता का ववषय बन गया, हालाूँकक यह था। हफ़्ते में एक बार वह अपने बच्चों क घर पासवडम भलने की बात कोई इतनी बड़ी तो े ू िाकर खाना खाते थे,नहीं तो वह अपने आप नहीं थी क्योंकक बहत सारे लोग आि कल ु ही कछ न कछ बना लेते थे| ु ु इतने पासवडम इस्तेमाल में लाते हैं कक हर एक आपको सुनकर है रानी होगी क प्रोफसर साहब े े बीच बीच में दकान से दो लड्डू और दो ु िलेबी लाते थे और उनक छोटे छोटे टुकड़े े करक एक डडब्बी में रख लेते थे और प्रतत े हदन एक एक टुकड़ा दोनों का खा लेते। पूछने पर उन्होंने उत्तर हदया - ”मुझे लड्डू और िलेबी खाने का बचपन से ही बहुत शौक है परन्तु अब डॉक्टर क कहने पर ज्यादा मीठा े नहीं खा सकता,तो इसललए इस तरह से अपना शौक पूरा करता हूूँ|” प्रोफसर साहब आहहस्ता आहहस्ता चल कर 10 े लमनट में घर पहुंचे और थैले िमीन पर रख चाबी तनकाल दरवािे को खोला, थैले उठाए,अंदर िाकर दरवािे को बंद ककया और ककचन क टे बल पर थैले रख ही रहे थे कक े को याद रखना बहुत मुजककल होता है । परन्तु प्रोफसर साहब की बेटी ने इस से पहले े भी नोट ककया था कक उनक डैडी कॉफी चीिों े को भल िाते हैं, पुरानी बातों को बार बार ू दोहराते रहते हैं,कई काम अधूरे छोड़ दे ते हैं,ककसी चीज़ में रुगच नहीं हदखाते। की ओर चले और गगरते गगरते बचे। एक दम घबराहट में उन्होंने कछ ऊगली से दबाए ूँ ु दो एक बार गगर भी चक हैं| ु े घर क सदस्य आप से ककतना भी प्यार करते े हों परन्तु उन क ललए आपकी दे खभाल करना े एक नाममककन सा काम है । ु वधाश्रम (नलसिंग होम) में भती कराने क बारे े ृ में सोचा िा रहा है,परन्तु यह एक ऐसा मसला है इसमें पररवार वालों की दो राय हैं क्योंकक आि कल नलसिंग होम्ज़ में रहने वालों की दे ख रे ख में कॉफी कमी पाई िा रही है - रहे है । हुईं| प्रोफसर पुष्कर नाथ 80 क ऊपर हो गए हैं। े े हाूँ,एक दसरा तरीका है - सरकार की ओर से ू कछ वषम पहले िब प्रोफसर साहब की पत्नी े ु का दे हांत हुआ तो बच्चों क लाख कहने पर े भी वे अपना यह घर छोड़ उन क साथ रहने े को रािी नहीं हुए| इसे एक बार ही छोडूगा,िब यह दतनया ं ु कछ ‘घर सेवा’ (Homecare),जिस में घर की ु सफाई , खाना बनाना,बाज़ार से खरीदारी आहद कामों में, कछ घंटों की सहायता लमल सकती ु है , परन्तु यहद २४ घंटे कयर (care} की े आवकयकता हो तो नलसिंग होम ही एक ववकल्प रह िाता है | प्रोफसर साहब क पररवार वालों को अब यह े े छोडूगा|” वे बड़े भावुक हो िाते हैं| ं गचंता लगी हुई है कक इनकी दे खरे ख ककस तरीक से की िाए ताकक इनक आत्मसम्मान े े सुझाव को भी वे नहीं माने| को भी चोट ना पंहुचे| वे कन््यूि हो गए क्योंकक पैड पर ककस नंबर ‘खाना रोज़ बना कर दे िाने क’-बच्चों क े े को दबाएूँ उन्हें याद ही नहीं आ रहा था। हैं या दो बार ले लेते हैं| े इन हालात में बड़ी मुजककल हो रही है , अब तो खासतौर पर कोववड-19 क हदनों में कोई अच्छी खबरें नहीं आयी- कई मौतें एक साथ अच्छी तरह से अपना काम भी नहीं कर पा उनक घर का अलामम ज़ोर ज़ोर से बिने लगा| -“मेरी इस मकान क साथ बहुत यादें िुडी हुई े े वह एकदम डर गए अचानक इतनी तेि हैं| तुम्हारी माूँ की इस में आत्मा बसी हुई है | आवाि सुन कर| वह िल्दी में अलामम क पैड े है ,परन्तु दो एक बीमाररयाूँ िैसे बढ़ा हुआ cholesterol,arthritis और diabetes क कारण े ऑस्रे ललया आये हुए 50 वषम हो चुक हैं, और े 3 संतराम बजाज

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter the left or right arrow keys. If you need to jump more than five secPlay and pause a video onds, press J to rewind ten seconds or press L to fast forward Holding down either of these keys 10 seconds. also plays the video in slow motion. Skip to video sections Jump to start of a video Pressing 0 (zero) key on your keyboard jumps to the beginning of a video. The Home keyboard key also works for jumping to the start of a video. Jump to the end of a video or go to the next video Keep pressing End on your keyboard goes to the end of the video. If you are watching a playlist, it goes to the next video in the playlist. Fast forward or rewind Pressing the number keys from 1 to 9 seeks (jumps) to that percentage of the video. In other words, 1 jumps to 10%, 2 jumps to 20%, 3 jumps to 30%, etc. Change video playback speed To decrease the playback speed of a video, hold down Shift and press , (comma) key. To increase the playback speed of a video, hold down Shift and press . (period) key. Switch the video to full-screen or theater mode Pressing Esc also exits fullscreen mode. Pressing T switches between theater mode and normal mode. Turn up and down the volume राज बत्रा When in full-screen mode, pressing the up or down arrow keys turns up and down the volume of the video. If you are turning down the volume and continue to hold the down arrow key, it will eventually mute the volume. Pressing M on the keyboard also mutes and unmutes the volume. Compiled by राज बत्रा To fast forward or rewind in incre- Pressing F switches between fullments of five seconds, press screen and normal mode. Some beautiful sayingsI karma. Only karma accomIf you don't have money in your pocket, you must have honey on your on tongue Don't use the power of your tongue for your parents, who taught you how to speak pany you when you go Every mother has poor mathematics. If you ask one piece of bread, she will give you two Some people give happiness wherever they go, some Don't lose your temper when people give happiness whenyou are right, you have no ever they go right to lose i when you are wrong Some people are wise and some otherwise O' god save me from my friends, i will take care of my enemies Change problem into chalPrepare for worst, expect for lenge because problem can best and accept whatever worry you and challenge will comes Everyone has three best friends: money, family and inspire you Compiled by लव नागपॉल Australian SAKHIS celebrates SAWAN On 28th JULY, 2024 @MADISON Function Centre, dural 4

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter प्रशांत: आधननक युग क अद्ववतीय आध्यात्ममक गुरु े ु होना चाहहए। 2. **सचेतनता:** आचायम आचायम प्रशांत एक ववख्यात भारतीय आध्याजत्मक लशक्षक, लेखक और प्रशांत का मानना है कक प्रेरक वक्ता हैं। वे प्रशांतअद्वैत फाउं डेशन क संस्थापक हैं, िो एक े सचेतनता हमें वतममान क्षण में आध्याजत्मक और सामाजिक संगठन है । उनकी लशक्षाएूँ वेदांत, योग परी तरह से िीने में मदद करती ू और बौद्ध धमम िैसी ववलभन्न आध्याजत्मक परं पराओं से प्रेररत हैं और है । वे ध्यान और ध्यान क े उनका उद्दे कय इन्हें आधतनक िीवन क साथ िोड़कर व्यावहाररक हदशा े ु प्रदान करना है । इन्हें यहद आधतनक महवषम कहा िाये तो ु अभ्यास को प्रोत्साहहत करते हैं भी ताकक व्यजक्त अपने मन और अततशयोजक्त नहीं होगी । भावनाओं को तनयंत्रत्रत कर प्रशांत की लशक्षाएूँ और उनक िीवन का उद्दे कय समाि में े सक। े सकारात्मक पररवतमन लाना है । वे आध्याजत्मकता को कवल धालममक े 3. **वास्तववकता की खोि:** आचायम प्रशांत की लशक्षाएूँ इस पर अनष्ठानों तक सीलमत नहीं रखते, बजल्क इसे िीवन क हर पहलू में े ु िोर दे ती हैं कक हमें अपने िीवन की वास्तववकता को स्वीकार करना लागू करने की प्रेरणा दे ते हैं। उनकी लशक्षाएूँ हमें आत्म-िागरूकता, चाहहए और अपने भ्रमों से मक्त होना चाहहए। वे कहते हैं कक सच्चाई ु सचेतनता और वास्तववकता की खोि क माध्यम से अपने सच्चे े को स्वीकार करना ही आत्म-ज्ञान की ओर पहला कदम है । स्वरूप को पहचानने में मदद करती हैं। उनकी अद्ववतीय दृजष्टकोण और गहन समझ ने लाखों लोगों क िीवन को प्रभाववत ककया है और े पस्तकों और लेखन कायम ु उन्हें आत्म-ज्ञान क मागम पर चलने क ललए प्रेररत ककया है । आचायम े े आचायम प्रशांत ने कई पस्तक ललखी हैं िो आत्म-िागरूकता, ध्यान ें ु प्रशांत क प्रयास हमें यह याद हदलाते हैं कक सच्ची खशी और शांतत े ु और िीवन क ववलभन्न पहलओं पर आधाररत हैं। उनकी पुस्तकों में े ु हमारे अंदर ही है और इसे पाने क ललए हमें अपने भीतर की यात्रा पर े "कमम: व्हाई एवरीगथंग यू नो अबाउट इट इि रॉन्ग," "आनंद का सच्चा तनकलना होगा। अथम," और "वेदांत इन एवरीडे लाइफ" शालमल हैं। इन पुस्तकों में वे गहरे और िहटल ववषयों को सरल भाषा में समझाते हैं, जिससे पाठकों प्रारं लभक िीवन और लशक्षा को आत्म-ज्ञान की हदशा में प्रेरणा लमलती है । आचायम प्रशांत का िन्म 7 माचम, 1978 को उत्तर प्रदे श क आगरा में े हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारं लभक लशक्षा भारतीय प्रौद्योगगकी संस्थान (IIT) हदल्ली से की, िहाूँ से उन्होंने इंिीतनयररंग में स्नातक की ऑनलाइन उपजस्थतत और सोशल मीडडया आचायम प्रशांत की लशक्षाएूँ न कवल उनक आश्रम और सेलमनारों तक े े उपागध प्राप्त की। इसक बाद उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) े सीलमत हैं, बजल्क वे सोशल मीडडया और ऑनलाइन प्लेटफामों पर भी अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर की डडग्री प्राप्त की। इस शैक्षणणक सकिय हैं। वे अपने यूट्यूब चैनल पर तनयलमत रूप से प्रवचन और पष्ठभूलम क बाविूद, आचायम प्रशांत का मन आध्याजत्मकता और े ृ प्रकनोत्तर सत्र अपलोड करते हैं, िहाूँ वे दशमकों क प्रकनों का उत्तर दे ते हैं े आत्म-अन्वेषण की ओर अगधक झुका हुआ था। और िीवन क ववलभन्न पहलओं पर अपने ववचार साझा करते हैं। उनक े े ु इंस्टाग्राम और फसबक अकाउं ट्स पर भी उनक अनयातययों की संख्या े े ु ु आध्याजत्मक यात्रा लाखों में है , िहाूँ वे अपने दै तनक ववचार और प्रेरक संदेश पोस्ट करते आचायम प्रशांत ने अपने िीवन की हदशा बदलने का तनणमय ललया और गहन आध्याजत्मक अनसंधान में लग गए। उन्होंने ववलभन्न गुरुओं और हैं। ु धालममक ग्रंथों का अध्ययन ककया और अंततः अपने अनभव और ज्ञान ु कायमशालाएूँ और रररीट को साझा करने का तनकचय ककया। उन्होंने 2010 में प्रशांतअद्वैत प्रशांतअद्वैत फाउं डेशन द्वारा आयोजित कायमशालाएूँ और रररीट फाउं डेशन की स्थापना की, जिसका उद्दे कय लोगों को आत्म-ज्ञान और अत्यंत लोकवप्रय हैं। इन कायमिमों में भाग लेने वाले लोगों को आचायम आत्म-अन्वेषण क मागम पर चलने क ललए प्रेररत करना है । े े प्रशांत क साथ सीधे संवाद करने का अवसर लमलता है । ये कायमशालाएूँ े आत्म-ज्ञान, ध्यान, योग और व्यजक्तगत ववकास क ववलभन्न पहलुओं े लशक्षाएूँ और दशमन पर कहित होती हैं। ें आचायम प्रशांत की लशक्षाएूँ गहरी और ववचारशील हैं। वे वेदांत, योग और बौद्ध धमम क लसद्धांतों को आधतनक संदभम में समझाते हैं। े ु सामाजिक कायम और पहल उनकी लशक्षाएूँ आत्म-िागरूकता, सचेतनता और सच्चाई की खोि पर आचायम प्रशांत और उनका संगठन ववलभन्न सामाजिक पहलों में भी कहित हैं। वे कहते हैं कक आत्म-ज्ञान ही सबसे महत्वपूणम है और इसे ें सकिय हैं। वे लशक्षा, पयामवरण िागरूकता और नैततक िीवन को प्राप्त करने क ललए व्यजक्त को अपनी आदतों, ववचारों और ववकवासों े प्रोत्साहहत करने क ललए ववलभन्न कायमिम आयोजित करते हैं। े का गहन ववकलेषण करना चाहहए। प्रशांतअद्वैत फाउं डेशन क तहत, कई लशक्षा और स्वास््य संबंधी े पररयोिनाएूँ चलाई िाती हैं, िो समाि क वंगचत वगों को सशक्त े प्रमख ववषय ु बनाने में मदद करती हैं। 1. **आत्म-िागरूकता:** आचायम प्रशांत क अनसार, आत्मे ु िागरूकता ही सच्ची खशी और शांतत का मागम है । वे कहते हैं कक हमें ु Compiled by शशव अग्रवाल अपनी इच्छाओं, भय और भ्रमों को समझना चाहहए और उनसे मक्त ु 5

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter Progress of Jammu Baramulla (Kashmir) Railway line The Jammu–Baramulla line is a railway track being laid to connect the Kashmir Valley in the Indian union territory of Jammu and Kashmir with Jammu railway station and thence to the rest of the country. Railway track from Baramulla to Banihal was completed in 2019 and the link between Katra and Banihal is progressing in fast speed. This stretch of track is only 111 km long, but as much as 97.34 km of this is made up of tunnels. There will also be 27 major bridges (mostly connecting one tunnel to another tunnel) and 10 minor bridges along this length. The Pir Panjal Railway Tunnel and Banihal station are opened. Trains can now run northward from Banihal on Jammu side through the tunnel to Qazigund on the Kashmir side and there onwards up to Baramulla A 125kmph high speed trial was conducted successfully between Route Map of Railway from Jammu to Srinagar Banihal and Sangaldan (48.1 km) on Feb 16th 2024 as part of The 338 km railway track will start from Jammu and end On 20th Feb 2024, Prime Minister Narendra Modi inaugurated way division of Indian Railways' Northern zone. Part of this rail- (Jammu Region) by extending service from Banihal through Khari Srinagar-Baramulla Rail Link (USBRL). features of new track include a) fully electrified tracks between Commissioner for Railway Safety (CRS) Inspection. at Baramulla. It comes under the jurisdiction of the Firozpur rail- the first electric MEMU train between Baramulla and Sangaldan way route from Udhampur to Baramulla is known as Udhampur- and Sumber tunnels before terminating at Sangaldan. The main Udhampur and Sangaldan, b) first electric train in operation in Kashmir Valley and c) longest transport tunnel in India - T50 (12.77 km) - in operation between Khari and Sumber railway stations Construction of the route faced natural challenges including major earthquake zones, extreme temperatures, and inhospitable ter- rain. This Rail project from Jammu to Baramulla was started in 1996 and expected to be completed by early 2025. The extension of railway line from Baramulla to Kupwara in The total project cost in 2022 was INR28,000 crore. Kashmir has also been approved, and revised Detailed Project The 359 m (1,178 ft) tall Chenab Bridge lies on this line, which Articles and photos taken from youtube by Kali Report (DPR) has been submitted to Railway Board. is the tallest railway bridge in the world. Gupta Mobile Library Every month, Mr Mrityunjay Singh of South Asian Hindi School, Kogarah is kind enough to bring a mobile library of Hindi/English books to our meeting for members to borrow without any charge or fee. He will be doing this in every meeting in future. AHIA thanks Mr Singh for his selfless services and generosity. **Please bring the borrowed books for Return/Renewal in the meeting 6

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter Topic 3: Lord Krishna explains to Arjuna Short Summary of Bhagavad Geeta Chapter 2 “The Yoga of Knowledge”, "Sankhya Yoga" the importance of performing his duty as This chapter contains 72 verses, the Sankhya Yoga and sin. a Ksatriya abandoning will incur infamy means the knowledge of the self. Topic 4: Those who fanatically perform mechanical ritual whose desire waste the As indicated in chapter 1, Arjun fell in a deep depression energy of by focusing on enjoying the pleasure & power state after when he saw the warriors of both sides, some in the world. from opposite site taught him how to walk how and how to use weapons to fight. Arjuna thought Krishan ji is his Topic 5: friend not his guru or Lord & was not willing to listen The Vedas deal with three Gunas, Sattva, Ra- until he saw the Virat Roop (chapter 11). jas and Tamas and recommend to rise to Sattva. The Chapter 2 can be summarized in the following 6 मा कममफलहे तुभमाम ते सङ्गोऽस्त्वकममणण || 47 || ूम कममण्येवागधकारस्ते मा फलेषु कदाचन | karmaṇy-evādhikāras te mā phaleṣhu kadāchana Topics: mā karma-phala-hetur bhūr mā te saṅgo ’stvakarmaṇi Topic 1: Arjuna’s state of dejection continues at the sight Topic 6: The self-realized stays free from all egocentric of his near & dear. he argues that he prefer to live on attachment and desires and lives in the state of absolute alms than slay noble elders like Bhishma & Drona. Topic 2: Lord Krishna states the self within is eternal & fulfilment. indestructible. Death is certain for the born and birth for Presented by: Nirinder Jalpota, References: Swami dead. So why grieve over the inevitab कलाओं का जन्म हुआ होगा | एक गें द को ही जीवन में जीववका क साथ साथ मनोरं जन का होना े भी बहुत महमव रखता है| मानव ने शायद इसी को ध्यान में रख कर मनोरं जन क अनेकों े साधन बनाए हैं | अगर हम इस बात पर ववचार करें तो हम कह सकते हैं कक जीवन क रोजमरा क े े कायों से जब इन्सान ऊब जाता है – बार बार वही सुबह उठना , अपनी ददन प्रनतददन की कियाओं को करना – नहाना- धोना , खाना – पीना, काम जाना पर और काम पर वही कियाएं बार बार करना आदद आदद - जीवन में ऊब पैदा करतीं हैं , थकान पैदा करतीं हैं | जीववका क शलए इन े कियायों का होना जरूरी भी है | लेककन इस ऊब को दर करने क शलए मानव कछ शभन्न शभन्न कियाओं े ू ु को कर क अपना मनोरं जन भी करना चाहता है| े नहीं हैं |बोर वोर कछ नहीं होता ? तो समखिए कक ु लीत्जए , इस से सम्बत्न्धत ककतने मनोरं जन बात Parthasarthy ji’s Bhagavad Geeta कछ तो हम ु खेल हैं ? यह काम आप पर छोड़ती हूूँ गगनने का अपने दे श से दर आने पर ू प्रयमन करे | इसी बाल की ववशभन्न ववशभन्न खेलों भी ये जो ववशभन्न को दे खने क शलए लाखों की संख्या में लोग जाते े ववशभन्न संस्थाएं हैं , जो हैं | गें द चाहे छोटा हो या बड़ा स्टे डियम ददन प्रनत वर्षों से इसी काम को कर ददन में ही कमी है | बड़े होते जाते हैं और अगधक से अगधक बनते रही हैं | मैगजीन जा रहे हैं और साथ ही इन को दे खने वालों की ननकलना , मीदटंग करना , वपकननक करना आदद संख्या भी बढ़ी तेज़ी से बि रही हैं | आदद- ये सब बोररयत को कम करने और मनोरं जन अगर बात करे वाद्ययंत्रों की – एक छोटी सी बांस क शलए ही चलाई जा रही हैं | े की लकड़ी और उस में कछ छे द त्जसे हम ‘बांसुरी ‘ ु इन सब क शलए इनक चलाने वाले काययकतायओं का े े कहते हैं – कसी मीठी धन ननकालती है| ऐसे ही ै ु मैं ददल से धन्यवाद करती हूं , त्जन्होंने अकलेपन े ववभन्न ववभन्न प्रकार क अनेकों यंत्र और े को दर करने ू उनक े आकार- प्रकार और उन से ननकलने वाली अलग अलग ध्वननयाूँ मन को मुग्ध कर दे ती हैं क शलए ऐसे मनोरं जनों का अववष्कार े ककया | ननष्कर्षय रूप में हम यही कह सकते हैं कक जीवन में एक बच्चे को अगर दे खे तो वह भी कवल एक े चल गचत्र (वपक्चरें ) मनोरं जन क साधनों में बहुत े ऊबना जरूरी हैं | अगर हम बोर नहीं होते तो संसार वस्तु ( खखलौने ) से नहीं खेलता | उसे भी ददन में अगधक योगदान दे ते हैं | बड़े बड़े संगीत क े की शभन्न शभन्न कलाओं का जन्म न होता | कई अलग अलग खखलौने चादहयें काययिम , नाटक , कवव सम्मेलन मयौहार आदद | एक से वह भी बोर हो जाता हैं | आदद सब मनोरं जन क शलए ही बनाए गए हैं | े शायद इसी कारण से दननया में ववशभन्न ववशभन्न ु शारदा शमाय अगर हम सोचे कक ये सब बकवास हैं | ऐसा कछ ु Dreams are not seen when you sleep, dreams are those that don’t let you sleep. 7 Narendra Modi

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter Tri Hita Karana ( त्रि त्रित कारण ) I visited Bali in 2015, it is a majority Hindu Island in Indonesia, the biggest Muslim country in the world. I learnt about Bali’s universal philosophy of living sustainably in peace and harmony called: Tri Hita Karana, which is derived from Sanskrit and translates into “three causes of human well-being”, namely: PARAHYANGAN - Harmony with God or human spirit. PAWONGAN - Harmony with people. PALEMAHAN - Harmony with nature or environment. Parahyangan – is the belief in God, the universal spirit that is part of every individual. It is essential for our mental peace and tranquillity. They worship the power of God through various rituals and offerings in the temples. Pawongan – is to create harmonious relationship among human beings. This wisdom directs people to believe that we are all one, to believe in mutual co-operation and respect for each other having social harmony. This wisdom is so relevant in today’s environment of wars and killings going on in different parts of the world. Palemahan – is the harmonious relationship with mother nature. A belief in the inter-connectedness of all living beings including plants, animals, and all aspects of mother earth. Environmental pollution is one of the most important problems facing the world. Palemahan encompasses our responsibilities for conserving the nature through promoting living in balance with sustainable use of natural resources. Tri Hita Karana is credited for the island’s prosperity and overall quality of life for its residents. Compiled by Vijai Singhal shines forth your hypocrisy, wickedThe hare tricks the lion into believing that This is the story of a clever hare that ness and jealousy. another lion has come as his rival. Furikilled a lion. The lion, the king of the forYou are striking ous, the king of the forest, the lion, immeest was tormenting all the animals with those blows at yourhis periodic hunts for prey. Wanting to live diately sets out to fight the other lion. The self." hare brings that lion to a well saying that in peace, the forest beasts proposed a system by which they would send the lion the other lion took abode in th is fortified A Sufi Saint, Rumy urges us to fight our one of their animals each day as his daily well. The lion looks down. He sees his own mind, which is food. The lion objects to the proposal with reflection and, enraged, he plunges into the water to his doom. The cautionary a part of hell. "This is the greater holy arguments about the value of his efforts. war." Eventually the lion accepts the proposal. delay of the lion serves with a backdrop to a stern warning: For a long time, all the beasts lived with"O kings, we have slain an outward eneout fear of being hunted. Then it is the "O you who are cruel, you are digging a my, But the worst one remains within. hare's turn to be torn apart by the lion. well of yourself with your own hands" A tu To slay that one is not the work of intelliThe hare delays going to the lion, and the rther message is that our own negative gence or wisdom The hare cannot subdue qualities get reflected back to us: other animals urge him to go to the lion. the inner lion." The hare explains, "O companions, God "Many flaws you see in others are your रोशन लाल गखर inspired as weakling like me with a good own nature reflected in them. In them LION AND HARE idea. 8

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June 2024 AHIA Sandesh & Seniors Newsletter Happy Birthdays Ashok Bhalla Satya Bhardwaj Arjun Chadha Jyoti Dogra Madan Mohan Dutta Saurabh Kaushik Chandrakant Modi Sandhya Nigam Rattan Singh Shah Braham Sharma Vimla Sharma Lalitha Shetty Ajaib Sidhu Asha Rani Jalpota Asha Rani Kumar Prem Chand Gupta Suman Bhargava Asha Sanghi Veena Watts Gurdeep Sekhon Anupama Chaudhary Happy Wedding Anniversaries Mr. Sandeep Bansal & Mrs. Neeti Gupta Mr. & Mrs. Vijay & Neena Badhwar Mr. & Mrs. Surjit & Sita Devgan Joshi Mr. & Mrs. Sohan & Harjit Kaur Grewal Mr. & Mrs. Vipin & Anita Khosla 9

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